श्री राम मंदिर निर्माण भूमि पूजन और शिलान्यास पर भजन संध्या
पटना 05 अगस्त मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्म स्थली अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण पूजन और शिलान्यास के कार्यक्रम के शुभ अवसर पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, कला संस्कृति प्रकोष्ठ बिहार के सौजन्य से भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, बिहार कला संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष देव कुमार लाल की अध्यक्षता एवं कायस्थ रत्न, जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रवक्ता श्री राजीव रंजन प्रसाद की देखरेख में अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण भूमि पूजन और शिलान्यास के कार्यक्रम के शुभ अवसर पर भजन संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तति से समां बांध दिया।
कला संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष देव कुमार लाल ने बताया कि देव एंड फ्रेंड्स म्यूजिकल ग्रुप के सहयोग से भजन संध्या का कार्यक्रम फेसबुक लाइव के द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि सीमा पंडित, सुनील पंडित, कुमार संभव ,उज्जवल अविनाश, चक्रवर्ती कुमार, आलोक झा, पूनम कौर ,एवं बांसुरी पर श्री समीर कुमार ने भजन प्रस्तुत कर लोगों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम में शिरकत करने वाले सभी कलाकारों को श्री राजीव रंजन प्रसाद की ओर से सम्मानित किया जायेगा।
श्री लाल ने कहा कि हाल के समय में कला संस्कृति प्रकोष्ठ की ओर से एक शाम रफी के नाम, एक शाम कव्वाली के नाम और एक शाम किशोर के नाम का आयोजन किया गया था जिसे लोगों ने बेहद पसंद किया। कला संस्कृति प्रकोष्ठ इसी तरह अपने दर्शकों के लिये बेहतरीन कार्यक्रम का आयोजन करता रहेगा।
इस बीच जदयू प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ,अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र श्रीवास्तव , राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल किशोर ने कला संस्कृति प्रकोष्ठ को बेहतरीन आयोजन किये जाने की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि देश की सांस्कृतिक धरोहर एवं विचारों को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का दायित्व कला का होता है।देश की कला एवं सांस्कृतिक विरासत सदियों पुरानी है और उन्हें ख़ुशी है कि अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, बिहार कला संस्कृति प्रकोष्ठ इस विरासत को सहेजने का भरसक प्रयास कर रही है और उसमें सफल भी हो रही है।कला संस्कृति प्रकोष्ठ से सभी जुड़े कलाकार और कार्यक्रर्ता इसके लिये बधाई के पात्र हैं।