सैफ ने 60 दिनों में शूट कर दी तांडव, 7 साल पहले आइडिया कंसीव किया था गया था, सलमान से सीखा हुआ सब सैफ पर यूज किया : अली अब्बास जफर
इस शुक्रवार एमेजॉन पर अली अब्बास जफर अपनी ओटीटी की पारी का आगाज कर रहे हैं। वो ‘तांडव’ नामक पॉलिटिकल थ्रिलर लेकर आए हैं। इनमें जिन राजनीतिज्ञों की झलक है, उसके बारे में वो बताते हैं। वो कहते हैं,’ हमने इसका आइडिया साल 2013-14 में कंसीव किया था। दरअसल पॉलिटिक्स बड़ा मजेदार टॉपिक है। टीवी पर यही टॉपिक लोग ज्यादा देखते हैं। मेरे मां बाप तो चौबीसो घंटे यही देखते रहते हैं। इनफैक्ट सच कहूं तो ज्यादातर घरों में लोग पॉलिटिकल न्यूज ज्यादा कंज्यूम करते हैं। लिहाजा मुझे लगा कि ‘तांडव’ जैसा पॉलिटिकल ड्रामा तो लोग पसंद करेंगे ही।‘
साथ ही यह शेक्सपियरन ड्रामा है। वो जैसी ‘ओथेलो’ और ‘मेकबेथ’ लिखा करते थे, ‘तांडव’ वैसी ही है। शेक्सपियर की कहानियों में जो भी किरदार सत्ता के लिए दांव पेंच इस्तेमाल करता है, यह वैसी है। तभी इसमें हर किरदार उतना ही अहम है, जितना मेन लीड समर प्रताप सिंह का है या फिर अनुराधा का। वह इसलिए कि सत्ता को सिर्फ एक इंसान नहीं चला सकता। एक अदना प्यादा भी कुर्सी को खिसका सकता है।‘
समर प्रताप सिंह प्ले करने के लिए सैफ अली खान को मनाना आसान रहा। वह इसलिए कि उन्हें भी इसमें हर किरदार बड़ा अच्छा लिखा हुआ नजर आया। अब वह इसमें चाणक्य जैसे हैं या चंद्रगुप्त, वह जानने के लिए शो देखना होगा। इतना जरूर है कि वह बड़े स्मार्ट पॉलिटिशन हैं।
इसकी शूटिंग दिल्ली समेत पटौदी प्लेस में काफी हुई है। यूनिवर्सिटीज में भी शूटिंग की है। अनुराधा के रोल के लिए डिंपल कपाडि़या को इसलिए चुना कि उन्हें एक्सप्लोर किया जाना बाकी है। वह तब ‘टेनेंट’ शूट कर रही थीं। उन्हें भी कन्वींस करने में ज्यादा वक्त नहीं गया।
हमारी शूटिंग भी बड़ी आसानी से हो गई। नौ एपिसोड के लिए हमने 60 दिनों में ही शूटिंग कर ली। वेब शोज का भी स्केल लार्ज हो चुका है। सैफ के बाद अक्षय भी बड़े नाम हैं, जो वेब शो में आने को हैं। सलमान खान सर का जहां तक सवाल है तो उनसे कभी ऐसे डायरेक्टली बात तो नहीं हुई। मेरे ख्याल से लोग समझ रहे हैं कि अब कंटेंट ही मायने रखेगा। छोटा, बड़ा या तीसरा पर्दा नहीं। वह इसलिए कि दोनों जगह एकसमान क्वॉलिटी की तकनीक यूज हो रही है। हां, अब से कुछ कंटेंट सिनेमाघरों के लिए होंगे। कई वेब शो के लिए। यह बात समझ आते ही सितारे अलग अलग प्लेटफॉर्म पर अलग अलग कंटेंट के लिए काम करेंगे।
सैफ और सलमान खान बड़े ही सिमिलर एक्टर हैं। दोनों ही डायरेक्टर की बहुत सुनते हैं। जो कुछ भी मैंने सलमान से सीखा है, वह सब सैफ पर यूज किया है। सैफ की अच्छी बात यह है कि वह सिर्फ सिनेमा की बात नहीं करते। वो फिजिक्स, केमिस्ट्री, हिस्ट्री सब पर बातें करते हैं। वो बहुत फनी हैं। सलमान भी उतने ही फनी हैं।