कभी अलविदा ना कहना .. जयंती पर याद किये गये किशोर दा
पटना, 04 अगस्त अपने सुरो के जादू से श्रोताओं के दिलों पर अमिट छाप
छोडने वाले महान पार्श्वगायक किशोर कुमार की जयंती पर अखिल भारतीय कायस्थ
महासभा कला संस्कृति प्रकोष्ठ, बिहार के सौजन्य से ऑनलाइन संगीतमय
कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने एक से एक बढ़कर
प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, बिहार कला संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष
देव कुमार लाल की अध्यक्षता एवं कायस्थ रत्न, जनता दल यूनाईटेड (जदयू)
प्रवक्ता श्री राजीव रंजन प्रसाद की देखरेख में किशोर कुमार की 91 वीं
जयती के अवसर पर “एक शाम किशोर के नाम” कार्यक्रम का आयोजन “फेसबुक लाइव”
के द्वारा किया गया।
जदयू प्रवक्ता श्री राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि किशोर कुमार की
आवाज में जादू था। वह किभी गाने को अपनी आवाज देते थे वह यादगार बन जाता
था। किशोर दा आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी मधुर आवाज उनके प्रशंसकों
के दिल को मंत्रमुग्ध कर देती है।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल किशोर ने
बताया कि जीवन के हर फलसफे पर गीत गाने वाले किशोर दा के गाने को हम आज
भी गुनगुना कर खुद को आनंदित करते है।किशोर कुमार के गाने हर पीढ़ी को
खूब भाते हैं, उनके गानों को लोगों के बीच काफी पसंद किया जाता है। वह
केवल एक बेहरीन अभिनेता ही नहीं बल्कि संगीतकार, लेखक और निर्माता भी थे।
कला संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष देव कुमार लाल ने बताया कि
‘एक शाम किशोर कुमार के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन “फेसबुक लाइव” पर देव
एंड फ्रेंड्स म्यूजिकल ग्रुप की मदद से किया गया। उन्होंने बताया कि
कार्यक्रम में नितेश रमण, कुमार संभव, नवीन श्रीवास्तव, धीरेन्द्र
सिन्हा, अनाहिता, विवेक कुमार,गौतम बनर्जी, मणि शंकर समेत कई अन्य
कलाकारों ने किशोर दा के गाये गीतों को पेश कर समां बांध दिया। कलाकारों
ने गाता रहे मेरा दिल, मेरे सपनों की रानी, पल पल दिल के पास, ओ मेरे दिल
के चैन, ओ साथी रे तेरे बिना, मेरे महबूब कयामत होगी ,ये शाम मस्तानी,
जिंदगी एक सफर है सुहाना, मेरे सामने वाली खिड़की में और कभी अलविदा ना
कहना समेत कई सुपरहिट गीत गाकर किशोर दा को ट्रिब्यूट दिया।