
जेनिथ कामर्स एकादमी ने ज्योति झा और विनय राय को किया सम्मानित
कामर्स के क्षेत्र में अग्रणी इंस्टीच्यूट जेनिथ कामर्स एकादमी ने टूरिज्म मॉडल ऑफ द वर्ल्ड और मिस इंडिया फायनलिस्ट ज्योति झा और गायक विनय राय को उनके उल्लेखनीय योगदान देने के लिये सम्मानित किया
है।राजधानी पटना के बोरिग रोड स्थित जेनिथ कामर्स एकादमी की ओर से
एक कार्यकम का आयोजन किया गया जिसमें ज्योति झा और विनय राय को सम्मानित
किया गया। जेनिथ कामर्स एकादमी के प्रबंध निदेशक सुनील कुमार सिंह ने
बताया कि बिहार का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है।बिहार समरसता और
संवेदनशीलता का प्रतीक है। बिहारी प्रतिभा हर क्षेत्र में बेहतर है, बस
ज़रूरत है उन्हें सही मार्गदर्शन और प्रोत्साहन की। हम काफी साल से इस तरह
का आयोजन इस लिये कर रहे हैं जिससे बिहार को बदलने में जो लोग बेहतर काम
कर रहे हैं, आगे आ रहे हैं, उनके काम को सराहा जाए और तवज्जो मिले। कई
बार देखा गया है कि बिहारी उपलब्धियों को पाने के बाद भी अपनी पहचान को
छिपाते हैं और उसे बताने में शर्माते हैं. लेकिन दूसरे राज्यों के लोग ऐसा नहीं करते. इसलिए
हमें भी अपनी पहचान को पुरजोर तरीके से प्रदर्शित करना चाहिए।
सुनील सिंह ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों एवं क्षेत्रों में कई
लोग अपने स्तर पर निस्वार्थ भाव से निरंतर बिहार को एक बेहतर और समृद्ध
राज्य बनाने को प्रयासरत हैं। उन्हीं लोगों को प्रोत्साहित एवं उनके
द्वारा बिहार और समाज के लिए किये जा रहे सराहनीय काम को सम्मान देने के
लिये वह विभूतियों को संस्था की ओर से प्रतीक चिह्न देकर उन्हें सम्मानित
करते रहे हैं। इस अवसर पर ग्रुमिंग एक्सपर्ट ,पर्सनालिटी डेवलपमेंट एक्सपर्ट ,
होलियेस्टिक योगा एक्सपर्ट और मांइड फुलनेस एक्सपर्ट के रूप में काम कर
रही ज्योति झा ने कहा कि बिहार की प्रतिभा की गूंज देश ही नहीं, विदेशों
में भी सुनाई देती है।बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन
संसाधनों की कमी की वजह और प्रशासनिक निष्क्रियता से प्रतिभाओं का पलायन
होता है। सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि
उन्होंने अबतक के करियर में जो कुछ भी हासिल किया है वह बिहार के अलावा
अन्य प्रांत के जरूरतमंद लोगों को सीखाना चाहती है। उन्होंने सुनील सिंह
की प्रशंसा कीऔर उनके काम की सराहना की।टैलेंट ऑफ बिहार के विजेता विनय राय ने कहा कि बिहार की धरती शुरू
से ही प्रतिभाओं की जननी रही है।बिहारी प्रतिभाओं ने हर क्षेत्र में अपना
परचम लहराया है।बिहार की गौरवशाली इतिहास और समृद्ध संस्कृति रही है।विनय
राय ने कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि सुनील सिंह जैसी
प्रतिभायें बिहार के कलाकारों को प्रोत्साहित कर रही है।
इस अवसर पर जाने माने कोरियोग्राफर और रेड रत्ती के निदेशक मास्टर
उज्जवल ने कहा कि बिहार सांस्कृति संपन्नता वाला राज्य रहा है।प्रतिभा
किसी परिचय की मुहताज नहीं होती, जहां भी रहे अपनी चमक खुद बिखेरती है।
प्रतिभा किसी मुकाम पर जाकर ठहरती नहीं है, वह उस मुकाम को नई ऊंचाई छूने
का रास्ता बनाती है और एक दिन अपनी मंजिल पाकर रहती है। प्रतिभा का
संघर्ष और लगातार जारी रहता है, जब तक कि उन्हें अपनी मंजिल न मिल जाए।
वैसे भी बिहार तो प्रतिभा की धरती रही है। यहां के प्रतिभाशाली छात्रों
ने समय-समय पर देश-विदेश में अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है।हमें बिहारी
अस्मिता के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेज कर रखने की जरूरत है