गैर सरकारी संस्था और सामाजिक क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनायी ब्रजेश वर्मा ने
गैरसरकारी संस्थान से अपनी कैरियर की शुरुआत करने वाले श्री ब्रजेश वर्मा
आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।ब्रजेश वर्मा एक सामाजिक कार्यकर्ता,
कला एवं खेल जगत के परिचायक बन चुके हैं। बिहार के सारण जिले के छपरा में
जन्में ब्रजेश वर्मा, के दादा स्व.श्री हरिहर प्रसाद प्रसिद्ध समाजसेवी
थे जिनकी छपरा मे कई समाजसेवी संस्थाए थी। वह समाज के गरीबों और अंधा
स्कूल के संस्थापक एवं मुख्य संचालक भी रहे जो सेवा सदन के नाम संस्था
चलाते थे। वह श्री बिपिन बिहारी वर्मा जी( सहकारिता प्रसार पदाधिकारी)
एवं माता (स्व) श्रीमती वीणा वर्मा जी के छोटे सुपुत्र हैं।माता- पिता का
सपना था कि उनका लाडला सरकारी नौकरी में जाए जबकि ब्रजेश जी का सपना
सरकारी नौकरी में आइपीएस बनने का था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा की
शुरुआत छपरा से की। उन्होंने पटना के कालेज आफ कामर्स से स्नातकोत्तर
(समाजशास्त्र) की उपाधि प्राप्त की।
पढ़ाई पूरी करने के बाद श्री वर्मा निजी संस्था में अधिकारी के तौर पर
नियुक्त हुए जहाँ उन्होंने करीब 26 साल तक सेवा की और उच्चतम अधिकारी के
पदों का निर्वाह किया। निजी संस्था में रहकर उन्होंने समाज के गरीब,
मजबूर, अनाथ और जरूरतमंदो की सेवा निस्वार्थ भाव से की जो आज भी अनवरत
जारी है। बाद में उन्होंने नौकरी छोड़कर अपने को समाजिक कार्यों को
अपने जीवन का मिशन बनाया और अपनाया। निजी संस्था मे रहते हुए उन्हें इनके
समाजिक कार्यों और संस्था मे उल्लेखनीय कार्यों के लिए कई बार सम्मानित
किया गया जिसमें मुख्य रूप से सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के हाथों
सम्मान प्राप्त करना उल्लेखनीय था। इसके साथ उन्हें दिल्ली के सांसद भवन
अवस्थित constructional हॉल में पूर्व वित्त मंत्री श्री यसवंत सिन्हा
(भारत सरकार) एवं सुप्रसिद्ध सिने स्टार श्री शत्रुघन सिन्हा एम सांसद
श्री राजीब प्रताप रूडी के साथ समाज सेवा के संदर्भ में CD बिमोचन का भी
अवसर मिला। जिसे काफी सराहा गया। श्री ब्रजेश वर्मा जी कला संस्कृति और
खेलकूद में भी रूचि रखते हैं। वर्ष 2018 में उन्होंने शार्ट फिल्म ‘
लाडली केकरा इहा जाई’ में काम किया जिसे काफी सराहा गया ।इसके बाद
उन्होंने बाला साहब प्रोडक्शन के तहत ‘ जुर्म की जंजीर ‘ में काम किया
जिसमें मशहूर कलाकार गोपाल राय, खलनायक अयाज खान और अभिनेत्री रूपा
सिंह थी। इस फिल्म में भी श्री वर्मा की भूमिका अद्वितीय इनकी आने वाली
फिल्म प्रमुख रूप से उडनतस्तरी और ‘ हमरा कसम बा चम्पारण के’ है ।श्री
वर्मा वर्ष 2012 में स्वयं सेवी संस्था श्यामा फाउंडेशन एवं 2017 में
बिहार पॉजिटिव से जुडकर कला,शिक्षा और खेल जगत के क्षेत्र में उल्लेखनीय
एवं सराहनीय कार्य कर रहे हैं। वह आगामी बिहार विधानसभा के चुनाव के लिए
अपने को तैयार कर रहे हैं क्योंकि इनका सपना है कि संवेधानिक पद वह आसीन
होकर वह समाज के लिए कुछ विशेष करें । उनका नारा है “करो बिधान सभा की
तैयारी आ रहा ब्रजेश बिहारी