एक्टिंग वर्कशॉप का आयोजन दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापक डा. नम्रता आनंद ने किया। एक्टिंग वर्कशॉप में गायक-अभिनेता राकेश कुमार ने
50 से अधिक बच्चों को अभिनय के गुर सिखाये।इस दौरान बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। राकेश कुमार ने बच्चों को अभिनय के दौरान एक्ट और डायलॉग डिलीवरी कैसे दी जाती है, इस बारे में बताया गया। उन्होंने बताया कि जब तक आप एक्टिंग में पूरे मन से नहीं जुड़ेंगे, तब तक कुछ भी बेहतर नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक्टिंग करने की चीज है, याद करने की नहीं है। एक्टिंग साधना है एवं इसे निरंतर करते रहना होगा।
इस अवसर पर डा. नम्रता आनंद ने बताया कि फुलझड़ी गार्डेन के सस्कारशला में समय-समय पर शिविर और कार्यशला का आयोजन किया जाता है, जिससे अबतक हजारों लोग लाभान्वित हो चुके हैं। इसी कड़ी में आज नि.शुल्क एक्टिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया है। अभिनय एवं कला के क्षेत्र में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। जरूरी नहीं कि हर युवा डॉक्टर, इंजीनियर और वैज्ञानिक बने। उसके लिए खेल, कला और अभिनय के क्षेत्र में भी रोजगार के अपार संभावनाएं नए दौर में मौजूद है। जरूरत है सिर्फ लगन की, हम ठान लेंगे तो कुछ भी हासिल कर लेंगे।आज फिल्म इंडस्ट्री, एक्टिंग और ड्रामा जैसे क्षेत्रों की लोकप्रियता खूब बढ़ गई है, इस क्षेत्र का आने वाला भविष्य काफी सुनहरा है। अभिनय की जीवन में बहुत कुछ सिखाती है। कुछ नया सीखने और उसे जीवन में उतारने के लिए यह एक बेहतरीन क्षेत्र है। एक्टिंग वर्कशॉप से सभी बच्चों को लाभ मिलेगा, जो अपनी कला को व्यवसाय के रूप में अपनाने हेतु इच्छुक हैं।