आर्युयोगा लाइफ इंस्टीच्यूट ने योग पाठयक्रम के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग कोर्स का किया शुभारंभ
योग स्वयंसेवी प्रमाणन पाठ्यक्रम का उद्देश्य आम जनता के बीच योग के ज्ञान का प्रसार करना : प्रीतम कुमार सिन्हा
योग स्वयंसेवी प्रमाणन पाठ्यक्रम का उद्देश्य लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करना : प्रीतम कुमार सिन्हा
पटना, 17 जून आर्युयोगा लाइफ इंस्टीच्यूट ने योग वालंटियर कॉमन योग पाठयक्रम के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग कोर्स का शुभारंभ किया है।
योग प्राचीन भारतीय परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह मन और शरीर की एकता का प्रतीक है। विचार और क्रिया, संयम और पूर्ति; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य और स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण। योग केवल व्यायाम के बारे में नहीं है बल्कि खुद के साथ, दुनिया और प्रकृति के साथ एकता की भावना की खोज करना है। हमारी जीवनशैली में बदलाव और जागरूकता पैदा करके, यह हमें जलवायु परिवर्तन संबंधित स्वास्थ्य समस्या से भी निपटने में मदद कर सकता है।
योग प्रमाणन बोर्ड, आयुष मंत्रालय ने योग के अभ्यास की स्वीकृति और अपनाने को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं।ऐसा ही एक कदम कॉमन योग प्रोटोकॉल का निर्माण है।आर्युयोगा लाइफ इंस्टीच्यूट ने योग वालंटियर कॉमन योग पाठयक्रम के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग कोर्स का शुभारंभ किया है।
आयुर योगा लाइफ इंस्टीट्यूट के संस्थापक प्रीतम कुमार सिन्हा ने बताया कि योग स्वयंसेवी प्रमाणन पाठ्यक्रम का उद्देश्य आम जनता के बीच योग के ज्ञान का प्रसार करना, उनके स्वास्थ्य और समाज कल्याण में सुधार करना है। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय ने कोरोना काल में स्वास्थ्य समस्या और योग की भूमिका का वैज्ञानिक अध्यन किया और विशिष्ठ योग प्रोटोकॉल को भी विकसित किया है। कॉमन योग पाठयक्रम में आयुष मंत्रालय द्वारा विकसित योग आधारित कोविड नेशनल क्लीनिकल प्रीटोकल को भी अयुरयोग इंस्टीट्यूट के द्वारा सिखाया जा रहा है।
प्रीतम सिन्हा ने बताया कि आयुष मंत्रालय द्वारा विकसित योग आधारित कोविड मैनेजमेंट प्रोटोकोल में रोग प्रतिरोधक, माइल्ड और पूर्व के रोगियों के लिए विशिष्ठ योग आसन और प्राणायाम का प्रावधान भी है। योग स्वयंसेवी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के मुख्य लाभ योग प्रशिक्षण प्रदान करने में सामान्य योग प्रोटोकॉल प्रशिक्षकों के सहायक बनने में उपयोगी पार्क, सामुदायिक केंद्र, आरडब्ल्यूए आदि जैसे सार्वजनिक स्थानों पर योग कक्षाओं का समर्थन करने वाले योग स्वयंसेवक बनने में उपयोगी।कार्यस्थलों पर योग प्रोटोकॉल शिक्षक के सहायक बनने में उपयोगी। कोर्स शुल्क: मात्र 501 है, जिससे सभी लोग इससे जुड़ सकें। 15 दिन ऑनलाइन माध्यम के जरिये स्वाध्याय और योग शिक्षक के द्वारा लाइव कक्षा आयोजित की जायेगी। अधिक जानकारी के लिये info@ayuryoga.life www.ayuryoga.life पर संपर्क करें।