भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई लड़ाई को तेज करने की जरूरत : त्रिभुवन
सभी प्रखंड और अंचल कार्यालय परिसर में स्थापित हो लोकनायक की प्रतिमा : कमल किशोर
ओबरा(औरंगाबाद)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विचारक त्रिभुवन सिह ने कहा है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण के द्बारा भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई लड़ाई को और तेज करने की जरूरत है तथा उनके आदर्शों एवं विचारों को अपनाने की जरूरत है। श्री सिह ने आज ओबरा प्रखंड के सदीपुर डिहरी स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में मगधांचल समग्र विकास समिति की ओर से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 117 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यदि आज जेपी जीवित होते तो देश में इतना अधिक भ्रष्टाचार नहीं होता लेकिन उनके निधन के बाद जेपी के कई अनुनायी खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हो गए। फलस्वरुप देश में भ्रष्टाचार का बाजार आज तेजी से गर्म है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए गांव-गांव में आज जेपी के आदर्शों और विचारों को फैलाने की जरूरत है और सदीपुर डिहरी जैसे गांव में जेपी जयंती का आयोजन इस सिलसिले में एक कड़ी है। इस अवसर पर भाकपा के वरिष्ठ नेता ने आजादी की लड़ाई में जेपी की भागीदारी और देश से कांग्रेस को पहली बार मुक्ति दिलाने के लिए जेपी द्बारा किए गए आंदोलन की भी विस्तार से चर्चा की। समारोह में नवबिहार टाइम्स के संपादक कमल किशोर ने कहा कि देश को आजादी दिलाने के अलावा एक नई क्रांति पैदा करने में लोकनायक जयप्रकाश नारायण का विशिष्ट योगदान है। उन्होंने कहा कि देश में गांधी के बाद यदि सबसे ज्यादा किसी का योगदान है तो वह लोकनायक जयप्रकाश नारायण ही हैं। श्री किशोर ने कहा कि जेपी के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने और भ्रष्टाचार को मिटाने का संदेश देने के लिए राज्य के प्रत्येक प्रखंड, अंचल कार्यालय परिसर में लोकनायक की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की। उन्होंने प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में जेपी की जीवनी पढ़ाने, उच्च विद्यालयों में जेपी के आदर्शों से संबंधित आलेख और उच्च शिक्षा में जेपी के विचारों से संबंधित आलेख को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग राज्य सरकार से की। नवबिहार टाइम्स के संपादक ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों में महात्मा गांधी के साथ जेपी का भी चित्र लगाया जाना चाहिए ताकि वर्तमान पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी को जेपी के बारे में जानकारी एवं प्रेरणा मिल सके। उन्होंने औरंगाबाद इंडोर स्टेडियम का नाम लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम पर रखे जाने की मांग की। गौरतलब है कि वर्तमान मुख्य सचिव दीपक कुमार जब औरंगाबाद में जिलाधिकारी के पद पर पदस्थापित थे तो उन्होंने जेपी के नाम पर इंडोर स्टेडियम के निर्माण की आधारशिला रखी थी लेकिन इंडोर स्टेडियम के निर्माण उपरांत इसका नामकरण जेपी के नाम पर नहीं हो सका है। इस अवसर पर मगधांचल समग्र विकास समिति के अध्यक्ष संजय रघुवर ने जेपी के बारे में विस्तार से लोगों को बताया और कहा कि भ्रष्टाचार का विरोध करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि ओबरा अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार से लोग परेशान हैं जिसका विरोध करने के लिए 12 अक्टूबर को धरना दिया जाएगा। समारोह में जेपी सेनानी और खादी ग्रामोद्योग समिति के पूर्व जिलाध्यक्ष अजय कुमार श्रीवास्तव ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जीवन से संबंधित विविध पहलुओं को लोगों के समक्ष रखा और उनके त्याग की विशेष रूप से चर्चा की। समारोह को विद्यालय के सहायक प्रधानाध्यापक अजीत कुमार, सोमनाथ यादव, झलकदेव प्रसाद आदि ने भी संबोधित किया। आरंभ में विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर समिति की ओर से समारोह के मुख्य वक्ताओं त्रिभुवन सिह और कमल किशोर को सम्मानित किया गया।